खेल प्रबंधन के क्षेत्र में ऐसे बनाएं करियर, मिलेंगे नौकरी के बेहतरीन अवसर | Career in sports after 12th | sports career in india
"स्पोर्ट्स मैनेजमेंट: 12वीं के बाद खेलों में करियर का रास्ता" | Career in sports after 12th | sports career in india
स्पोर्ट्स मैनेजमेंट में एथलेटिक कार्यक्रम की प्रतियोगिता के लगभग सभी पहलुओं को संभालना शामिल है। स्पोर्ट्स मैनेजमेंट में मार्केटिंग, फंड जुटाना, प्रमोशन, जनसम्पर्क, स्पोर्ट्स मैनेजमेंट में एथिक्स, खेल के कानूनी पहलु, योजना बनाना और प्रबंधन करना शामिल हैं। वैसे तो किसी भी स्ट्रीम के कैंडिडेट्स स्पोर्ट्स मैनेजमेंट में कोर्स कर सकते हैं लेकिन फिजिकल एजुकेशन (पीई) में ग्रेजुएशन हों तो ज्यादा प्राथमिकता दी जाती है।
इस कोर्स को 12वीं के बाद कर सकते हैं। किसी खास स्पोर्ट्स में बैचलर्स इन फिजिकल एजुकेशन (बीपीईडी) कर सकते हैं। यूजी और पीजी स्तर पर खेल प्रबंधन के तहत कई पाठ्यक्रम हैं, इस फील्ड में कॅरियर बनाने के लिए कई रास्ते अपना सकते हैं।
राष्ट्रीय खेल प्रबंधन अकादमी या आइआइएम, रोहतक से भी इसके लिए कोर्स कर सकते हैं। इसके अलावा भी कॉलेज- विश्वविद्यालय, सरकारी संगठन, खेल फ्रेंचाइजी, खेल सामग्री निर्माता, खेल प्रसारक, इवेंट मैनेजमेंट फर्म आदि में काम कर सकते हैं। लॉ, फाइनेंस और इकोनॉमिक्स की योग्यता के साथ स्पोर्ट्स मैनेजमेंट अच्छा ऑप्शन साबित हो सकता है। इसके अलावा आप अपनी योग्यता के अनुसार बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन इन स्पोट्र्स मैनेजमेंट कोर्स भी कर सकते हैं।
प्रमुख कोर्स
1. स्पोटर्स मैनेजमेंट में सर्टिफिकेट कोर्स
2. स्पोर्ट्स मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा
3. स्पोर्ट्स मैनेजमेंट में एमबीए
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